हँसते हँसते दिन निकल गए
वक्त का पता हि नहीं चला
रोने का बहाना ढूँढता रहा
और खुशी चली गयी पता हि नहीं चला
Thursday, July 3, 2014
100
पल में बदलती हैं जिंदगी
जब तक है जी लें ।
ख्वाहिशें रह जाती हैं अधूरी
दो घूंट जरा तू भी पी लें ।
जब तक है जी लें ।
ख्वाहिशें रह जाती हैं अधूरी
दो घूंट जरा तू भी पी लें ।
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